नवगछिया : कोसी बगजान तटबंध 200 मीटर ध्वस्त
बिहपुर। सोमवार की सुबह करीब सात बजे कोसी के पानी के दबाव के कारण कछुआ बहियार के समीप करीब 200 मीटर कोसी बगजान तटबंध ध्वस्त हो गया। गनीमत यह रही कि कोसी के पानी का फैलाव बहियार की ओर नहीं हुआ। ध्वस्त बांध को बचाने को लेकर मिट्टी दी जा रही है। रविवार की शाम को ही दस मीटर बांध में कटाव शुरू हुआ था। जिसकी सूचना पर एसी राशिद खान, चीफ राजेंद्र कुमार महतो, बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल नवगछिया के कार्यपालक अभियंता अनिल कुमार एवं अध्यक्ष फ्लड फाइटिंग फोर्स महेंद्र कुमार सिंह कैंप कर रहे थे।
सोमवार को 200 मीटर ध्वस्त बांध पर बाढ़ नियंत्रण अवर प्रमंडल के एसडीओ धीरेंद्र कुमार, जेई मनोज कुमार व रंजीत कुमार बांध पर पोकलेन से काम करवाते नजर आये। लेकिन उस काम से कोसी के बाढ़ को किसी भी कीमत पर रोका नहीं जा सकता है। कोसी में बाढ़ की स्थिति में कई सौ एकड़ में लगी केले की फसल समेत दयालपुर , सुरहा, बगड़ी, झंडापुर बहियार एवं हरिओ गांव आदि प्रभावित होंगे और करोड़ों का नुकसान होगा।
बता दें की बगजान बांध पिछले वर्ष भी इसी जगह ध्वस्त हो गया था। कई गांव व इलाका जलमग्न हो गया था। इस वर्ष भी बांध इसी जगह ध्वस्त हो गया। इस साल भी आठ करोड़ 40 लाख की लागत से बगजान सर्किल में 2.05 से 3.45 किमी तक बल्ला पाइलिंग, एनसीईसी बैग, गैबीयन, जिओ बैग एवं पिचिंग का काम 1400 मीटर में हुआ था। जो मानसून के आगमन की बारिश को नहीं झेल पाया और ध्वस्त हो गया। अभी तो पूरी बारिश बाकी है। बगजान में कार्य 26 फरवरी से आरंभ होकर 31 मई को संपन्न हुआ था।
वही झंडापुर के ग्रामीण चंदन कुंवर ने काम की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए कहा कि बगजान बांध पर काम के नाम पर पैसे का बंदरबांट हुआ है। विभाग व संवेदक की मिलीभगत से मजबूती से काम नहीं कराया गया। जिस कारण बांध ध्वस्त हो गया। अब कई गांव और खेत बाढ़ से प्रभावित होंगे। उन्होंने प्रशासन से मजबूती से काम करने की गुहार लगायी। ताकि बाढ़ की विभीषिका से आबादी व खेत-खलिहानों को बचाया जा सके ।