भागलपुर/नवगछिया : जुलाई से जिले में स्मार्ट मीटर (प्रीपेड मीटर) घरों में लगाने का काम शुरू. betfinal عربي
भागलपुर। जुलाई से जिले में स्मार्ट मीटर (प्रीपेड मीटर) घरों में लगाने का काम शुरू होगा। फिलहाल प्रायोगिक तौर पर कुछ क्षेत्रों में इस मीटर को नल-जल योजना के तहत लगाए गए हैं। इस मीटर के लगने से बिजली चोरी की समस्या का समाधान होगा। लोड सिस्टम और बिलिंग और बिल भुगतान की झंझट से छुटकारा मिल जाएगी।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक नए कनेक्शन के साथ ही घर, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से लेकर सरकारी व गैर सरकारी संस्थानों में लगे पुराने मीटर को हटाकर प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। मीटर लगाने का काम इइएसएल कंपनी को मिला है। भागलपुर को 862 स्मार्ट मीटर की आपूर्ति की गई थी। शहरी क्षेत्र में 70 हजार सहित डेढ़ लाख कनेक्शन है। मोबाइल की तरह पोस्टपेड, प्रीपेड दोनों सुविधाएं हैं। रिचार्ज करना पड़ता है। उपभोक्ता 50 रुपये से लेकर खपत तक की राशि तक रिचार्ज करा सकते हैं। जितना रिचार्ज करेंगे उतनी ही बिजली की खपत कर सकेंगे। अगला रिचार्ज कराने पर पीछे के बचे रिचार्ज आगे जुड़ जाएगा। आवश्यकता नहीं पडऩे पर उपभोक्ता मीटर बंद भी करा सकते हैं। तय चार्ज के हिसाब से किश्तों में या फिर एकमुश्त भुगतान करना होगा। स्मार्ट मीटर लगने के बाद यदि तय अवधि तक बिजली का बिल जमा नहीं हुआ तो कनेक्शन काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी बल्कि आपूर्ति खुद बंद हो जाएगी। रिचार्ज कराने पर आपूर्ति शुरू हो जाएगी। मीटर इंटरनेट से चलता है। नेटवर्क नहीं मिलने पर बिजली तो जलेगी लेकिन मीटर नहीं चलेगा। ऐसे में नेटवर्क आने पर मीटर के तेजी से घूमने के कारण खपत में भी अंतर आ सकता है।
मीटर रीडिंग की नहीं पड़ेगी जरूरत
स्मार्ट मीटर लगने पर बिजली विभाग के कर्मियों को मीटर रीडिंग के लिए घर-घर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बिजली कंपनी कार्यालय से बिजली खपत का पता लगा लेगी। प्रीपेड की सुविधा होने पर घर बंद रहने की स्थिति में बिजली बिल का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। यही नहीं किस ट्रांसफार्मर में कितनी बिजली आपूर्ति की गई और कहां कितनी बिजली खपत हुई इन सभी का ऊर्जा सर्वे होगा।
862 में अबतक छह सौ से अधिक मीटर के हुए उपयोग
जून-जुलाई 2019 में इइएसएल कंपनी द्वारा भागलपुर को 862 स्मार्ट मीटर की आपूर्ति की गई थी। लेकिन डेढ़ साल में छह सौ से अधिक मीटरों के उपयोग किए गए हैं।
किस फेज के कितने मीटर कराए गए उपलब्ध और कितना हुआ उपयोग
1. सिंगल फेज -810 में उपयोग हुए 623
2. थ्री फेज -52 में उपयोग हुए 38
किस डिविजन को कितनी हुई आपूर्ति
1. पीरपैंती – सिंगल फेज के 35
2. बिहपुर -सिंगल फेज के 110
3. कहलगांव -सिंगल फेज के 45
4. खरीक -सिंगल फेज के 118
5. सबौर -सिंगल फेज के 24 व थ्री फेज के 25
6. नवगछिया -सिंगल फेज के 44
7. गोपालपुर -सिंगल फेज के 56
8. एमआरटी -सिंगल फेज के 107 व थ्री फेज के 20 मीटर आपूर्ति की गई।
कीमत
1. सिंगल फेज -500 रुपये
2. थ्री फेज -900 रुपये
जुलाई-अगस्त से प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू होगा।भागलपुर में फिलहाल सैंपल के रूप में मीटरों की आपूर्ति की गई है। सरकारी-गैरसरकारी कार्यालयों व घरों में मीटर लगाने का काम होगा। मीटर लगाने का काम इइएसएल कंपनी को करना है। -श्रीराम सिंह, अधीक्षण अभियंता, साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड, भागलपुर आपूर्ति क्षेत्र।